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गमले में जंगल

Posted on by priyanka vishnoi

भीतर और बाहर के परस्पर संबंध को व्याख्यायित करती यह पुस्तक केवल एक कविता से बनी है। यह कविता प्रकृति का सम्मान और प्रकृति की निजता की रक्षा का संकल्प है। साथ के चित्र भी इस भाव को अनेक रंगों और आकृतियों के माध्यम से मुखरित करते हैं।यहाँ कम शब्दों में सूत्रात्मक शैली में मनुष्य,प्रकृति […]

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अगर मगर

Posted on by priyanka vishnoi

यह किताब, बच्चों के कल्पनाशील और अचरज भरे ढेर सारे सवालों और गुलज़ार के उतने ही अलबेले और मज़ेदार जवाबों की बानगी प्रस्तुत करती है। एक तरफ़ सवालों में बच्चों का सहज उत्सुकताबोध दिखाई देता है तो दूसरी ऒर जवाबों में वैसा ही विस्मयबोध। सवाल-जवाब के भावों में पगे सादगी भरे चित्र इसे और भी […]

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बाघ भी पढ़ते हैं

Posted on by priyanka vishnoi

‘बाघ भी पढ़ते हैं’ चंदन यादव की छोटी छोटी कहानियों और बतकहियों का संकलन है। इसकी शीर्षक कहानी बाघ और गाय की एक लोक कथा को आधार बनाकर लिखी गई है जिसमें हर पात्र अपनी घिसी पिटी भूमिका को छोड़कर नए तरीके से पेश आता है। हर कहानी में भाषा की सादगी, उसकी ताकत और […]

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