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Jab Main Moti Ko Ghar Laai

हर लिहाज़ से उत्कृष्ट किताब। एक बच्ची एक पिल्ले से इतना जुड़ाव महसूस करने लगती है कि वह हर समय उसी के बारे में सोचती है और उसे घर लाना चाहती है। माँ शुरू शुरू में बहुत संवेदनशील नहीं है, लेकिन धीरे-धीरे मोह में पड़ी बच्ची की मनोदशा समझ उसे घर ले आने को तैयार है। अंतिम पन्ने पर शब्दों का अचानक चले आना एक नया और सुखद प्रयोग है, जैसे अंतर्मन में चल रहे भाव अचानक शब्दों से छुए गए हों। चित्रों में बच्चों के चित्रों की सी सहजता है जो कलात्मक युक्ति के रूप में सामने आती है।

Jugnoo Prakashan (Ektara) 2020 Proiti Roy Proiti Roy

Talaab Ke Kinaare

जंगल,पेड़ पौधों और जीवों तथा तालाब के माध्यम से पारस्परिक प्रेम, सहानुभूति एवं एक दूसरे के सुख दुख में साथ होने की भावना को जाग्रत करने वाली संक्षिप्त किंतु मार्मिक कथा। यहाँ लोककथाओं का भी तत्व है। जंगल की रहस्य को सरल शब्दों में व्यक्त किया गया है। स्याह-सफेद। चित्र वातावरण को साकार करते हैं।

Muskaan 2020 Soniya Agariya Somya Oberoi

Chutki Aur Cheero

छोटी सी,प्यारी कहानी जो दो अलग अलग डरों और उनके खत्म होने की कहानी है। बेहद कोमल भाव को केंद्र में रखकर रची गयी यह चित्र-कथा बड़े आशय की गाथा बन जाती है–निर्भयता की गाथा। चित्र कथा को प्रस्तुत भी करते हैं और उनके पूरक भी हैं। यहाँ शब्द और चित्र की जुगलबंदी है।

Eklavya 2020 Manjari Singh Prashant Soni

Kaisa Kaisa Khana

बच्चों को शब्दों को उलट-पुलट कर देखना अच्छा लगता है। यह किताब पढ़ना सीख रहे शुरुआती पाठकों को कुछ ऐसा ही आनंद देगी। एक शब्द ‘खाना’ को लेकर पूरी किताब में चुहल की गई है। किन-किन शब्दों के साथ खाना शब्द जुड़ता है और कैसे-कैसे संज्ञाओं और क्रियाओं को रचता है इसे लेखक और चित्रकार ने आनंद लेकर दिखाया है। यह सही अर्थों में एक चित्र-पुस्तक है। भाषा और छवियों की साझेदारी इस किताब में दिखती है। यह इस वर्ष की एक अच्छी, आनंददायक किताब है।

Jugnoo Prakashan (Ektara) 2020 Prabhat Allen Shaw

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