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किताब का नाम – जाफ़ता
लेखक – हुघ लेविन
चित्र – लिसा कोपर
विधा – कथा (पिक्चर बुक)
प्रकाशक – कथा, पृ-28, मूल्य – 145 रूपये
जाफ़ता एक छोटे से लड़के की कहानी है, जो एक अफ्रीका के एक गांव में पल–बढ़ रहा है। जफ़ता जो अपनी रोज़ के भावनाओ और मूड की तुलना विभिन्न जानवरों के हाव भावसे करता है। जैसे – “जब मैं थका हुआ हूं, मुझे धुप में एक छिपकली की तरह पड़े रहना पसंद है”, बड़ी मजेदार बात है न सिर्फ उसे जानवर पसंद हैं बल्कि वह उनकी मनोदशा भी समझाता है। पाठक को ये सब समझाने में चित्र बड़ी भूमिका निभातें हैं।
इस प्रक्रिया में वो बड़े सृजनात्मक पर सरल वाक्यों को बोलता है इस कहानी के जरिये लेखक बच्चों को अपनी भावनाओं को नाम देने और उनको शब्दों में ढालने में सहायता करता है। ये चित्र शब्दों के पूरक है। ऐसी किताबें बच्चों को बहार कि दुनिया और अपने में चल रहे हलचल दोनो को समझने में मदद करतें हैं। यह किताब जीवंत चित्रण के साथ बरी हुआ है चित्रकार ने प्रत्येक सन्दर्भ में दिए गए अलग अलग जानवरों के जीवंत चित्र प्रदान किया है , चित्रकार ने सिर्फ भूरे रंग का इस्तमाल करके बहूत ही मजेदार चित्र बनाये हैं। हर एक चित्र में अलग अलग भाव बखूबी चित्रांकित किया गया है कहानी को संपूर्ण करने में चित्रकार द्वारा बनाये गए चित्रों का बड़ा योगदान है।
यह छोटे बच्चों को पढ़ने के लिए एक अच्छी किताब तो है ही साथ ही मददगार भी है,खास कर जब बच्चों के पास स्वयं को अभिव्यक्त करने के लिए शब्द नहीं होते,जब उन्हें उन शब्दों को खोजने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह पुस्तक 4-6 वर्ष के बच्चों के लिए बड़ी उपयुक्त है। पुस्तक का मूल्य 145 रुपये है जो कि थोडा ज्यादा लगता है।
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