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मूलत: कवि। यूँ गैरकथात्मक साहित्य और कहानियाँ भी लिखी हैं। कोई डेढ़ दशक तक चकमक का सम्पादन। और पिछले दस सालों से प्लूटो और साइकिल के सम्पादक। चित्रांकन इलाके की मशहूर पहल रियाज़ का सह-आकल्पन। और समन्वयन। लेखन के रियाज़ का आकल्पन। बालसाहित्य की सौ से ज़्यादा किताबों का सम्पादन। तीस से अधिक किताबों का अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनुवाद। एकलव्य, एनसीईआरटी, एनबीटी, प्रथम, इकतारा, रूम टू रीड आदि प्रकाशनों से तीस से अधिक किताबें प्रकाशित। रचनाएँ एनसीईआरटी सहित अन्य राज्यों की पाठ्यपुस्तकों में शामिल हैं।
ये सारा उजाला सूरज का के लिए बिनोद कनोरिया अवार्ड तथा एक बटे बारह के लिए हरिकृष्ण देवसरे पुरस्कार तथा साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित।
मूलत: कवि। यूँ गैरकथात्मक साहित्य और कहानियाँ भी लिखी हैं। कोई डेढ़ दशक तक चकमक का सम्पादन। और पिछले दस सालों से प्लूटो और साइकिल के सम्पादक। चित्रांकन इलाके की मशहूर पहल रियाज़ का सह-आकल्पन। और समन्वयन। लेखन के रियाज़ का आकल्पन। बालसाहित्य की सौ से ज़्यादा किताबों का सम्पादन। तीस से अधिक किताबों का अँग्रेज़ी से हिन्दी में अनुवाद। एकलव्य, एनसीईआरटी, एनबीटी, प्रथम, इकतारा, रूम टू रीड आदि प्रकाशनों से तीस से अधिक किताबें प्रकाशित। रचनाएँ एनसीईआरटी सहित अन्य राज्यों की पाठ्यपुस्तकों में शामिल हैं।
ये सारा उजाला सूरज का के लिए बिनोद कनोरिया अवार्ड तथा एक बटे बारह के लिए हरिकृष्ण देवसरे पुरस्कार तथा साहित्य अकादमी अवार्ड से सम्मानित।
अतनु रॉय भारत के अग्रणी चित्रकार हैं, जिनका हर काम नई खोज और रंगों की कहानी बुनता है। दशकों के सफ़र में उन्होंने सौ से अधिक किताबों में चित्र बनाए, हर चित्र अपनी अलग भाषा में जीवंत हुआ, और बच्चों के लिए कहानी देखने और समझने का नया आयाम खोलता है। पत्रिकाओं में अग्रणी रहते हुए, उन्होंने चित्रकारों के सम्मान और रॉयल्टी की भी आवाज़ बुलंद की।
उनका हास्य, बहुमुखी प्रतिभा और संवेदनशीलता भारतीय बालसाहित्य पर गहरी छाप छोड़ चुकी है, और आज भी वे बच्चों और कलाकारों के बीच प्रिय और सम्मानित हस्ती बने हुए हैं।
अतनु रॉय भारत के अग्रणी चित्रकार हैं, जिनका हर काम नई खोज और रंगों की कहानी बुनता है। दशकों के सफ़र में उन्होंने सौ से अधिक किताबों में चित्र बनाए, हर चित्र अपनी अलग भाषा में जीवंत हुआ, और बच्चों के लिए कहानी देखने और समझने का नया आयाम खोलता है। पत्रिकाओं में अग्रणी रहते हुए, उन्होंने चित्रकारों के सम्मान और रॉयल्टी की भी आवाज़ बुलंद की।
उनका हास्य, बहुमुखी प्रतिभा और संवेदनशीलता भारतीय बालसाहित्य पर गहरी छाप छोड़ चुकी है, और आज भी वे बच्चों और कलाकारों के बीच प्रिय और सम्मानित हस्ती बने हुए हैं।
एकलव्य औपचारिक व अनौपचारिक शिक्षण पद्धति और शैक्षिक सामग्री को सामाजिक परिवर्तन और सीखने वाले के सर्वांगीण विकास से जोड़ने का प्रयास करता है। यह ऐसी बाल-केंद्रित शिक्षण पद्धतियाँ विकसित करता है जो बच्चों में समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देती हैं और उन्हें अपने प्राकृतिक और सामाजिक वातावरण के बारे में प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। यह दृष्टिकोण बच्चों को जीवन भर खुद से सीखने वाले विद्यार्थी बनने में मदद करता है।
एकलव्य ने शिक्षा साहित्य, बाल साहित्य, पत्रिकाओं, पाठ्यपुस्तकों और अन्य शिक्षण साधनों सहित संसाधन सामग्री का एक व्यापक संसार तैयार किया है।
एकलव्य औपचारिक व अनौपचारिक शिक्षण पद्धति और शैक्षिक सामग्री को सामाजिक परिवर्तन और सीखने वाले के सर्वांगीण विकास से जोड़ने का प्रयास करता है। यह ऐसी बाल-केंद्रित शिक्षण पद्धतियाँ विकसित करता है जो बच्चों में समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देती हैं और उन्हें अपने प्राकृतिक और सामाजिक वातावरण के बारे में प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। यह दृष्टिकोण बच्चों को जीवन भर खुद से सीखने वाले विद्यार्थी बनने में मदद करता है।
एकलव्य ने शिक्षा साहित्य, बाल साहित्य, पत्रिकाओं, पाठ्यपुस्तकों और अन्य शिक्षण साधनों सहित संसाधन सामग्री का एक व्यापक संसार तैयार किया है।
पराग चिल्ड्रन्स चॉइस अवॉर्ड – हिंदी 2025 लॉन्गलिस्ट:
एक दो तीन
कथा
जुगनू (इकतारा)
गप्पू गोला
कविता
प्रथम बुक्स
आदा पादा
कविता
एकलव्य
हाथियों की टोली
कविता
जुगनू (इकतारा)
कुछ आता न जाता
कविता
जुगनू (इकतारा)
नीम तेरी निम्बोली पीली
कविता
एकलव्य
रफू की जलेबी
कविता
एकलव्य
रेगिस्तान में बस
कविता
जुगनू (इकतारा)
पराग चिल्ड्रन्स चॉइस अवॉर्ड – हिंदी 2025 की लॉन्गलिस्ट में ‘शुरुआती पाठक’ और ‘नव पाठक’ श्रेणी की वे किताबें शामिल हैं जो पराग ऑनर लिस्ट (PHL) 2024 – हिंदी का हिस्सा हैं। दरअसल, पराग ऑनर लिस्ट में चुनी गई कुछ किताबें ही आगे चलकर PCCA की लॉन्गलिस्ट बनती हैं।
पराग ऑनर लिस्ट में आने वाली किताबों को पहले प्रकाशक नामित करते हैं। इसके बाद कई चरणों वाली स्क्रीनिंग और समीक्षाओं से गुजरते हुए बाल-साहित्य की गहरी समझ रखने वाले विशेषज्ञ इस सूची को अंतिम रूप देते हैं। यह सूची बच्चों को पढ़ने, सोचने और अपनी पसंद खुलकर साझा करने के लिए आमंत्रित करती है।
इस पूरी प्रक्रिया का उद्देश्य यही है कि भाग लेने वाले बच्चों को ऐसी उच्च-गुणवत्ता वाली किताबें मिलें – जो अच्छी तरह लिखी गई हों, सोच को प्रेरित करें, सुंदर चित्रों से सजी हों और पढ़ने में सच्चा आनंद दें।
सहभागी पुस्तकालयों की कुल संख्या: 113
भाग लेने और वोट करने वाले बच्चों की संख्या: 7750
| Serial Number | Library Name | Location | Number of Children |
|---|---|---|---|
| 1 | Read Children’s Library | Pune, Maharashtra | 12 |
| 2 | Raajkiya Praathmik Vidhyalaya | Udham Singh Nagar, Uttarakhand | 76 |
| 3 | Govt. Inter College Kaleshwar | Ghiri, Uttarakhand | 43 |
| 4 | Aadhaarshila Shiksha Samiti | Sheopur, Madhya Pradesh | 116 |
| 5 | GPS New Basti karmoda | Karmoda, Rajasthan | 35 |
| 6 | Govt. Senior Secondary School, Barmer | Barmer, Rajasthan | 67 |
| 7 | Karunodaya Madhya Vidhayalaya (Suryapura, Chitrgupt, Janta, Siyaar Bhukak, Takiya Hindi) | Gaya, Bihar | 117 |
| 8 | GUPS Balapura | Kota, Rajasthan | 33 |
| 9 | Professionals Alliance for Youths Growth (PRAYOG) | Belbanwa, Bihar | 187 |
| 10 | Chakmak Club, Eklavya – 20 Community Libraries | Indore, Madhya Pradesh | 475 |
| 11 | Kothari International School, Noida | Noida, Uttar Pradesh | 1002 |
| 12 | Government Primary School, Ram ji ki Tapri | Ram Ji ki Tapri, Rajasthan | 20 |
| 13 | Upkram Educational Foundation | Sonbhadra Uttar Pradesh | 210 |
| 14 | Tinytales Kids Library | Sangamner, Maharashtra | 8 |
| 15 | G.U.P.S Pratappura | Pratappura, Rajasthan | 435 |
| 16 | Jyot Foundation Community Library | MBS Nagar, Delhi | 44 |
| 17 | Jyot Foundation Community Library | Punjab | 45 |
| 18 | Kaahini | Barpeta, Assam | 16 |
| 19 | School Library (P S Pachokhra-2) | Firozabad, Uttar Pradesh | 517 |
| 20 | Chahak- Pustakayala Gatividhi Kendra Harda | (Harda)Bhopal, Madhya Pradesh | 35 |
| 21 | Praathmik Vidhyalaya, Dharampur | Balrampur, Uttar Pradesh | 42 |
| 22 | Chahak- Pustakayala Gatividhi Kendra, Srinagar Colony | (Harda)Bhopal, Madhya Pradesh | 22 |
| 23 | Chahak- Pustakayala Gatividhi Kendra, Vikas Nagar Harda | (Harda)Bhopal, Madhya Pradesh | 17 |
| 24 | GGUPS, Retwali Kota | Kota, Rajasthan | 327 |
| 25 | Jilla Parishad Praathmik Shaala | Nandurbaar, Maharastra | 36 |
| 26 | Collectives for Integrated Livelyhood Initiatives, CInI – 47 Libraries | Khunti, Jharkhand | 2129 |
| 27 | Yashodadevi Goverment Girls Senior Secondary School, Mathania | Jodhpur, Rajasthan | 32 |
| 28 | GSSS Niwariya | Tonk, Rajasthan | 153 |
| 29 | MCPS Vishal Enclave | Vishal Enclave, New Delhi | 50 |
| 30 | GSSS Suhari | (Suhari) Bharatpur, Rajasthan | 153 |
| 31 | Govt. Sr. Sec. School , Depalsar Churu | (Depalsar) Churu, Rajasthan | 40 |
| 32 | Primary School, Nagla Keshoray | (Keshoray) Firozabad, Uttar Pradesh | 25 |
| 33 | PM Shri MGGS Ratanpura Sangaria | (Ratanpura) Hanumangarh, Rajasthan | 70 |
| 34 | Parivartan Sanstha | Siwan, Bihar | 84 |
| 35 | Adi’s Corner, Post Graduate Institute of Child Health | Noida, Uttar Pradesh | 51 |
| 36 | Muskaan( Bhopal) | (Kajalikheda) Bhopal, Madhya Pradesh | 346 |
| 37 | Govt Primary School, Bala ki Dhani | Pali, Rajasthan | 40 |
| 38 | PM Shri GSSS Bilota Dilwada | Rajsamand, Rajasthan | 112 |
| 39 | Reading Keeda Library | Maharashtra | 64 |
| 40 | Aadarsh Praathmik Vidhayalaya, Madiyahu Pratham, Sardar Vallabhai Patel Pustakalaya | Jaunpur, Uttar Pradesh | 95 |
| 41 | GSSS, Banki | Hindaun, Rajasthan | 54 |
| 42 | Mehrauli Community Library | New Delhi | 25 |
| 43 | Govt. Sr. Sec. School, Gatwadi | Gathwari, Rajasthan | 41 |
| 44 | GSSS, Mahuakhera | Dhaulpur, Rajasthan | 21 |
| 45 | Model Baal Pustakalaya | Maharajpura, Dhaulpur Rajasthan | 107 |
| 46 | Naya Basera Library | Bhopal, Madhya Pradesh | 39 |
| 47 | Anubhuti, (Free Library), The Blue Ladder Trust | Guwahati, Assam | 61 |
| 48 | GSSS Saroda | Dungapur, Rajasthan | 66 |