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लाइटनिंग: पुस्तक समीक्षा
लाइटनिंग एक बड़ी सी किताब है। इतनी बड़ी कि पूरा पोस्टर लगती है। और यहाँ शब्द कम, चित्र ज़्यादा हैं। बहुत तरह के।अनेक रंगों के। इसलिए लाइटनिंग पढ़ने लिए भी है और देखने के लिए भी। और अगर बोल बोल कर पढ़ोगे तो सुनने के लिए भी—
रणथम्भौर…रणथम्भौर…रणथम्भौर
लाइटनिंग…लाइटनिंग…लाइटनिंग
ज़ोर से बोलो तो पूरा वातावरण गूँज उठता है।
लाइटनिंग नाम है एक बाघिन का, रणथम्भौर के गहरे जंगल की बाघिन का जो स्वाभाविक है कि शिकार करती है, लेकिन जिसे सब प्यार करते हैं। स्कूल जाते बच्चे भी किनारे से ताकते हुए निकल जाते हैं और वह भी सिर घुमा कर प्यार से ताकती है।
इस किताब के लेखक हैं श्री प्रभात और चित्रकार तथा सज्जाकार हैं श्री एलन शॉ। और प्रस्तुति जुगनू, एकतारा ट्रस्ट की है। इसका आवरण ही इतना बोलता हुआ है—पूरे पन्ने पर दहाड़ती हुई बाघिन, बड़ा सा चाँद और घने हरे स्याह पेड़। रहस्य से भरा हुआ आवरण। और पन्ना पलटते ही बाघिन की छह मुद्राएँ मानो बाघिन हर रास्ते पर खड़ी हो। लाइटनिंग शब्द की वर्तनी में ‘ग’ को ध्यान से देखने पर तड़ित का आकार दिखता है—यही है लाइटनिंग, तड़ित की कौंध, बिजली। और उसका पूरा सौन्दर्य व्यक्त हो जाता है।
अब शुरू होती है कहानी। ’वह किसी पहाड़ी टीले पर खड़ी हो जाती। चाँद की ओर मुँह उठाती और गरजती आवाज़ में अपने प्यारे जंगल को पुकारती….।’ लाइटनिंग इस जंगल में एक प्यारी उपस्थिति है। उसे सब चाहते हैं। पेड़, फूल, नदी, पहाड़, मैदान सब।
इस किताब ने बाघिन को नयी, करुणामयी दृष्टि से देखा है। वह शिकार तो करती है, पर केवल भूख लगने पर, जिन्दा रहने के लिए। हम भी उसे प्यार करने लगते हैं। यहाँ जंगल का पूरा वातावरण है। घनी हरियाली और गर्मियों के सुखाड़ भी। सूरज, चाँद, दोपहर, रात। और एक रात लाइटनिंग चलते चलते एक कुएँ में गिर जाती है। तब वन विभाग के अधिकारी उसे निकालते हैं। सारा गाँव जमा हो जाता है। बच्चे भी। लाइटनिंग को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जाता है। वह ठीक हो जाएगी।
उसके जाने के बाद की खामोशी और सूनेपन का बहुत सुंदर वर्णन है । कुएँ के पानी में चाँद के हिलने से इसे व्यक्त किया गया है। पानी में चाँद की रोशनी की थरथराहट से बाघिन की आकृति का बोध होता है। ये अद्भुत चित्र है।
‘लाइटनिंग’ हमें जंगल से परिचित कराती है और सृष्टि के सबसे भव्य प्राणी के प्रति हममें प्रेम और आदर का भाव उत्पन्न करती है। प्रकृति के सबसे मनोरम और सबसे शक्तिशाली प्रतीकों के माध्यम से हमें सम्पूर्ण जीवन से प्रेम करना सिखाती है।बाघिन बचेगी तभी हम सब बचेंगे। एक की कमी भी सबको कम कर देगी। यह किताब एक सुंदर कविता की तरह है।
किताब का बहुत बड़ा आकार कई लोगों को एक साथ पढ़ने-देखने का अवसर देगा। कक्षा में शिक्षक भी इसे कुछ दूर से सबको दिखला सकेंगे, यानी एक किताब पूरा बोर्ड या टी वी स्क्रीन हो सकती है।
लाइटनिंग’ सबके लिए है। सबके दिल को छूने वाली। बच्चे,सयाने सबके लिए। और इसके चित्रों को फिर से बनाया जा सकता है। कहानी को बार बार बोल कर सुनाया जा सकता है। हम जहाँ रहते हों वहाँ भी प्रकृति ऐसी ही सुंदर है, जीव जन्तु हैं और उनसे प्रेम की कहानियाँ हैं जिन्हें हम भी बोलचाल की भाषा में सुना सकते हैं, लिख सकते हैं और उनके चित्र बना सकते हैं।
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