Loading...

Blog Archives

तीसरा दोस्त

Posted on by priyanka vishnoi

विनोद कुमार शुक्ल ऐसे बिम्ब और प्रतीक रचते हैं कि पाठक को गद्य में भी कविता का रस मिलता है। ‘तीसरा दोस्त’ एक छोटी कहानी है जिसमें एक एहसास पूरे जीवन की तरह समाया हुआ है। दो दोस्तों का गहरापन, उनका एक दूसरे में अभिन्न रूप से शामिल होना एक चमत्कार की तरह घटता है। […]

Comments Off on तीसरा दोस्त

स्याणा

Posted on by priyanka vishnoi

स्याणा, सहजीवन और मानव व घरेलू जानवर के रिश्तों की मार्मिक कहानी है। यह अनूठे और अल्पज्ञात कतारिए समुदाय के रहन सहन, संस्कृति और विश्वासों से परिचित कराती है। साथ ही हम इस समुदाय के पालनहार ग्राम्य पशु ऊँट की शख्सियत, सौन्दर्य और चाल ढाल से रूबरू होते हैं। कई देशज शब्द मसलन स्याणा, कतारिए, […]

Comments Off on स्याणा

मिट्टी का इत्र

Posted on by priyanka vishnoi

मिट्टी का इत्र कहानी संग्रह एक गुदडी की तरह अलग-अलग रंगों और सुरों की कहानियों को जोड़ता है। दिलीप चिंचालकर की उत्सुकता और जिज्ञासा हर कहानी के ज़रिए हमें उत्साहित और प्रेरित करती है। बचपन के अनुभव, रोज़मर्रा की जिन्दगी, बड़ी हस्तियों से मुलाक़ात, कलाकारों की कहानियाँ , जानवरों के किस्से, क्या नहीं है इस […]

Comments Off on मिट्टी का इत्र