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बुक रिव्यु – लापता सुंदरी

कुछ किताबें ऐसी होती है, जिसको देखने के बाद आप बिना पढ़े नहीं रह सकतें। ऐसी ही एक रमणीय कहानी है “लापता सुंदरी”. जिसको लिखा और चित्रों से सजाया है…

Nitu Singh Parag Reads 27th April 2023 Hindi

नींद किस चिड़िया का नाम है?

पिछले दिनों अपनी लाइब्रेरी में किताबें खोजने के दौरान एक शीर्षक देख कर अचानक रुक गया और उस किताब को झट से उठा लिया। आम तौर पर मैं किताबों…

Shivanshu Mishra Library Educators Course 06th April 2023 Hindi

सो जा उल्लू

2021 में जब भीली लोक शैली की चित्रकार,भूरी बाई जी को पद्मश्री पुरस्कार दिया गया था तब से ही मेरे मन में यह इच्छा थी कि उनके किए कार्यों को…

Parag Reads 13th April 2022

सफ़रनामा : दौर-ए-कोरोना में ‘हवामहल’

महामारी के दौर में लोग घरों में बंद किए जा सकते हैं, लेकिन कहानियों को कभी कैद नहीं किया जा सकता। – प्रभात कुमार झा, बालबीती …

Navnit Nirav Parag Reads 8th April 2022

Developing Contemporary Children’s Literature in Kannada: A Workshop for Aspiring and Emergent Authors

Parag’s Big Little Book Award (BLBA) and KathaVana – Azim Premji University..

Jeevitha C Parag Nurtures 27 April 2021

पुस्तकालय को देखने का एक नया नजरिया

मेरे विद्यालय का पुस्तकालय एक छोटा सा कक्ष है जिसमे सारी पुस्तके दो आलमारियों में बंद करके रखी गयी थी।मैं एक पुस्तकालयाध्यक्ष हूँ। अगर पुस्तकालय ही छोटा हो तो अधिक नामांकन वाले विद्यालय में उसका संचालन…

शालिनी सेन Parag Reads 23 April 2020

सर, पुस्तकालय में कब लेकर चलेंगे

पराग इनीशिएटिव ऑफ़ टाटा ट्रस्ट द्वारा सी एल सी कोर्स संचालित किया जा रहा है जो कि निश्चय ही काबिले तारीफ है इस कोर्स से जुड़ने पर लगा की पुस्तकालय एक व्यक्ति द्वारा संचालित प्रोजेक्ट ना होकर…

खेमराज सिंह Parag Reads 23 April 2020

एलईसी के साथ मेरा सफर

लाइब्रेरी एड्युकेटर्स कोर्स करने के बारे में आज से चार साल पहले यानी 2016 में सोचा था। मन में हिचकिचाहट थी कि किताबों के सम् पादन का लम्बा अनुभव है तो फिर क्या यह कोर्स करना चाहिए।…

दीपाली शुक्ला Parag Reads 23 April 2020

The Mystery of the Missing Soap

I wonder what Charles Dickens was thinking when he wrote, “It was the best of times, it was the worst of times…

Proma Basu Roy Parag Reads 24 April 2020

गोदाम

यूँ तो किशोरों के लिए हिन्दी भाषा में विरले ही साहित्य रचा गया है। जो भी अब तक उपलब्ध रहा उन्हें कंटेन्ट और प्रस्तुतिकरण के आधार पर किशोरों के लिए उपयुक्त नहीं माना जा सकता।

Navnit Nirav Parag Reads 17 April 2020